एमसीबी क्या है कैसे काम करती है
एम सी बी का पूरा नाम मिनिएचर सर्किट ब्रेकर होता है एमसीबी हमारे जो पहले समय में फ्यूज हुआ करते थे उसकी जगह पर उसको अपग्रेड कर कर एमसीबी को लाया गया जैसे फ्यूज हमारे ओवरलोड और फुल लोड कंडीशन में हमारे उपकरण को बचाने के लिए होते हैं वैसे ही एमसीबी आज वह कार्य कर रही है क्योंकि फ्यूज MCB की अपेक्षा ज्यादा एक्यूरेट तरीके से काम नहीं करता । एमसीबी हमारे उपकरण की बहुत अच्छे से सुरक्षा करती है
एमसीबी इलेक्ट्रिकल की एक switching device है। जो जब भी किसी सर्किट में Current ज्यादा जाता है, मतलब ओवरलोड जब होता है तो एमसीबी अपने आप बंद हो जाती हैं उसे एमसीबी ट्रिप होना कहते हैं ,और आज लगभग हर जगह एमसीबी को उपयोग में ला रहे हैं।
Overload tripping - एमसीबी के अंदर एक बाई मैट्रिक स्ट्रिप होती है जो कि दो धातु से मिलकर बनी होती है जब एमसीबी के अंदर से उस धातु के सहन ना कर पाने जितनी करंट फ्लो होती है ,तो वह धातु की स्ट्रिप गरम होकर मुड़ जाती है और उसके मुड़ने के साथ साथ एमसीबी ट्रिप हो जाती है । इसे ओवरलोड ट्रिपिंग और थर्मल प्रोटक्शन कहते हैं।
Short circuit tripping - शॉर्ट सर्किट ट्रिपिंग में एमसीबी के अंदर एक Coil होती है जिसे सोलेनाइड कॉइल कहते हैं जब शॉर्ट सर्किट होता है तब एमसीबी में लगी कॉइल में मैगनेटिक टिक बनता है , तो इसके अंदर एक स्प्रिग के जरिये वह लिवर को आगे की तरफ धकेल देती है ,जिससे ट्रिपिंग लिवर पर धक्का लगता है और एमसीबी ट्रिप हो जाती है। शॉर्ट सर्किट ट्रिपिंग को मैग्नेटिक प्रोटेक्शन भी कहते हैं ।
एमसी बी हमारी 5 टाइप्स की आती है।
- Type B
- Type C
- Type D
- Type K
- Type Z
इसको अलग-अलग जगह पर यूज किया जाता है, हम एक उदाहरण के जरिए समझेंगे।
Type B - किसी एमसीबी पर रेटेड करंट 10 एपियर है और वह टाइप B है, तो उसके अंदर 30 से 50 एंपियर करंट फ्लो होगा तो वह ट्रिप हो जाएगी । इसका मतलब 3-5 गुना अधिक।
Type C - अगर एमसीबी टाइप सी है और उसका रेटेड करंट 10 एंपियर ही है तो वह 50 से 100 एंपियर करंट फ्लो होने पर ट्रिप हो जाएगी। मतलब 5-10 गुना ज्यादा ।
Type D - अगर एमसीबी टाइप D है, इसका रेटेड करंट भी 10 एंपियर है, तो यह 100 से 200 एंपियर करंट फ्लो होने पर ट्रिप हो जाएगी। 10-20 गुना अधिक।
Type K - अगर एमसीबी टाइप Kके हैं और उसका फुल लोड करंट 10 एंपियर है, तो वह 100 से डेढ़ सौ एंपियर करंट फ्लो होने पर ट्रिप हो जाएगी। मतलब 10-15 गुना अधिक।
Type Z - और अगर एमसीबी z टाइप है और उसका ररेटेड करंट भी 10 एंपियर है , तो वह 20 से 30 एंपियर करंट फुल होने पर ट्रिप हो जाएगी। मतलब 2-3 गुना अधिक।
एमसीबी लगाने के फायदे
- एमसीबी प्रोटक्शन डिवाइस है जोकि शॉर्ट सर्किट और ओवरलोड करंट में अपने आप trip होता है और यह फ्यूज के मुकाबले बहुत तेजी से और बहुत एक्यूरेट काम करता है।
- एमसीबी को ट्रिप होने के बाद दोबारा चला सकते हैं लेकिन हमें फ्यूज को चेंज करना पड़ता है एवं उसमें नया तार लगाना पड़ता है
- Fuse को हम बार-बार ट्रिप होने पर यूज नहीं सकते हैं, हमें बार-बार बदलना पड़ता है इससे समय भी काफी लगता है और पैसे भी बार-बार खर्च होते हैं ।
- एमसीबी ट्रिपिंग बहुत ही साइलेंट होती है, पर फ्यूज में एक स्पार्क के साथ में फ्यूज ब्रेक होता है, इससे यह पता चलता है MCB हमारे लिए सुरक्षित होती है।
धन्यवाद दोस्तों आपको यह पोस्ट कैसी लगी अगर आपके मन में कोई भी शंका है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर पूछें मैं आपको बहुत जल्दी रिप्लाई करता हू। दोस्तों इसके अलावा अगर आप वीडियो के जरिए समझना चाहते हैं तो आप मेरी यूट्यूब चैनल इलेक्ट्रिकल दोस्त पर विजिट कीजिए वहां का लिंक मैं नीचे दे रहा हूं ।